Health Insurance Price Hike : सालभर में 10-25% महंगा हुआ हेल्थ इंश्योरेंस, यहां जानें

Health Insurance Price Hike सालभर में 10-25% महंगा हुआ हेल्थ इंश्योरेंस, यहां जानें : हेल्थ इंश्योरेंस ( Health Insurance ) एक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने वाली योजना है जो किसी भी इंसान को आपातकालीन चिकित्सा खर्चों से बचाने में मदद करती है। इसका उद्देश्य व्यक्ति को चिकित्सा और अस्पताल खर्चों का आरामदायक कवर प्रदान करना है। हेल्थ इंश्योरेंस की धारणा में, व्यक्ति प्रीमियम भुगतान करके एक निश्चित अवधि के लिए बीमा कंपनी के साथ समझौता करता है, जब जरूरत पड़ती है बीमा कंपनी चिकित्सा खर्चों का भुगतान करती है, जिससे व्यक्ति को आरामदायक चिकित्सा सुविधाएं मिलती हैं।

Health Insurance Price Hike Update 

<yoastmark class=

ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस कवर हेल्थ इंश्योरेंस कवर ( Health Insurance Cover ) चिकित्सा, दवाएं, अस्पताल भर्ती, अगर जरूरत हो तो सर्जरी, चिकित्सा परीक्षण और बाकी जरूरत चिकित्सा सेवाओं को शामिल कर सकता है। हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों ( Health Insurance Companies ) का प्रीमियम लगातार बढ़ रहा है। सालभर में इसमें 10-25% बढ़ोतरी हो चुकी है। बीमा कंपनियों का दावा है कि इलाज की लागत और इंश्योरेंस क्लेम बढ़ रहे हैं। ऐसे में प्रीमियम बढ़ाना मजबूरी है। बढ़ते प्रीमियम से बचाव के लिए ये ऑप्शन आपके भी काम आ सकते हैं।

इलाज के छोटे खर्च का क्लेम न लें ( Don’t Take Claim For Small Cost of Treatment )

छोटी राशि के क्लेम लेने से आप नो-क्लेम बोनस ( No-Claim Bonus ) के हकदार नहीं रहेंगे। याद रखें कि हर साल NCB जमा होने से हेल्थ इंश्योरेंस कवर ( Health Insurance Cover ) में वृद्धि होती है। हालांकि, अब कई प्लान में क्लेम लेने के बाद भी NCB बरकरार रहता है। कुछ बीमा कंपनियां लॉयल्टी बोनस ( Loyalty Bonus ) और कुछ फिटनेस बोनस भी प्रदान करती हैं, जिससे आपको रिन्यूअल प्रीमियम पर डिस्काउंट ( Discount on Renewal Premium ) मिलता है।

सुपर टॉप अप खरीदें ( Buy Super Top Up )

बेस कवर पर सम इंश्योर्ड बढ़ाने से प्रीमियम ज्यादा महंगा पड़ता है। इसकी जगह, बेस कवर पर सुपर टॉपअप प्लान ( Super Topup Plan ) लेना सस्ता विकल्प हो सकता है। 10 लाख की बेस पॉलिसी को 50-90 लाख तक के STU से जोड़ने की तुलना में, बेस प्लान पर सम इंश्योर्ड बढ़ाने की कीमत 60-70% सस्ती हो सकती है।

रेस्टोरेशन बेनिफिट लें ( Take Restoration Benefit )

कई बीमा कंपनियां रेस्टोरेशन बेनिफिट ( Restoration Benefit ) प्रदान करती हैं। मान लीजिए कि आपने 10 लाख का सम इंश्योरेंस खरीदा है और 5 लाख का इस्तेमाल कर लिया है। इससे कंपनी सम इंश्योरेंस को रिस्टोर करेगी और उसी साल आपको फिर से 10 लाख का सम इंश्योरेंस मिलेगा। इसका मतलब है कि इससे जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कवरेज मिलती है। ये एक तरह का बैकअप प्लान ( Back Up Plan ) होता है।

पोर्ट कराएं ( Make A Port )

अगर आपको लगता है कि मौजूदा बीमा कंपनी आपको पर्याप्त लाभ नहीं दे रही है, तो किसी ऐसी कंपनी में पोर्ट करें जहां आपको सभी लाभ प्राप्त हो सकें, लेकिन नई कंपनी में जाने से पहले सुनिश्चित करें कि उन्होंने हाल ही में प्रीमियम बढ़ाया है, जिससे 1-2 साल तक आपको प्रीमियम बढ़ने से छुटकारा मिल सके।

इंश्योरेंस लेने में कंजूसी न करें

Health Insurance Price Hike : हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ( Health Insurance Policy ) खरीदते समय सबसे महत्वपूर्ण बात है कि आप अपनी जरूरतों को समझें और सही हेल्थ इंश्योरेंस प्लान ( Health Insurance Plan ) का चयन करें। इंश्योरेंस कवर की राशि न बहुत ज्यादा और न ही बहुत कम चुनें। इसके लिए आप एक्सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं। अगर आप इंश्योरेंस कवर लेने में कंजूसी करते हैं इसके ये परिणाम हो सकते हैं।

1. आर्थिक बोझ ( Economic Burden ) – अगर आप हेल्थ इंश्योरेंस कवर ( Health Insurance Cover ) में कंजूसी करते हैं, तो आपको आपातकालीन या अप्रत्याशित चिकित्सा खर्चों ( Emergency or Unexpected Medical Expenses ) का सामना करना पड़ सकता है। इसका अर्थ है कि आपको खुद ही उन खर्चों का सामना करना होगा, जो आपकी जेब को बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकते हैं।

2. अनिश्चितता ( Uncertainty ) – जीवन में आपातकाल या चिकित्सा की जरूरत कभी भी हो सकती है। इंश्योरेंस कवर ( Insurance Cover ) लेने से आपको आने वाली इंश्योरेंस के खर्चों की अनिश्चितता से बचाने में मदद मिलती है। कंजूसी से आपको ये लाभ नहीं मिलेगा और आप इंश्योरेंस के बिना अनिश्चितता का सामना करेंगे।

3. मुसीबत का खतरा ( Risk of Trouble ) – अगर आप बीमा कवर के बिना आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं का लाभ लेते हैं, तो आप वित्तीय तौर पर खुद को बेहद मुसीबत में देख सकते हैं। इंश्योरेंस कवर के अभाव में, चिकित्सा खर्चों को पूरा करने के लिए आपको संपूर्ण राशि का भुगतान करना होगा, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है।

4. स्वास्थ्य और सुरक्षा की कमी ( Lack of Health and Safety ) – हेल्थ इंश्योरेंस कवर ( Health Insurance Cover ) के बिना आपको चिकित्सा सुविधाओं और विशेषज्ञ देखभाल की सुरक्षा की कमी महसूस हो सकती है। अपेक्षाकृत अच्छे चिकित्सा खर्च, अस्पताल चयन की स्वतंत्रता, तत्काल चिकित्सा सुविधाओं के लिए प्रवेश और बाकी लाभों का आपको लाभ नहीं मिलेगा।

ITR Last Date Update : 31 जुलाई तक नहीं भरा ITR तो देना होगा 5000 रुपये तक का जुर्माना