Form 26AS and AIS : ITR फाइल के समय फॉर्म 26AS और AIS पर दें खास ध्यान, नहीं तो होगी परेशानी

Form 26AS and AIS ITR फाइल के समय फॉर्म 26AS और AIS पर दें खास ध्यान, नहीं तो होगी परेशानी :  इनकम टैक्स रिटर्न ( Income Tax Return File ) दाखिल करने की प्रक्रिया में पहला कदम होता है सभी जरूरी दस्तावेज़ों को जमा करना। इन दस्तावेजों में फॉर्म 16 ( ITR Form 16 ) आपकी आय और निवेश से जुड़े कागजात के अलावा फॉर्म 26AS ( ITR Form 27AS ) और वार्षिक सूचना प्रतिवेदन ( Annual Information Statement – AIS ) भी शामिल होते हैं। आप TRACES पोर्टल के जरिए फॉर्म 26AS पा सकते हैं। AIS नवंबर 2021 में लॉन्च किया गया था और ये विस्तृत रूप में फॉर्म 16A का ही हिस्सा है।

ITR Filing Form 26AS and AIS

Form 26AS and AIS
Form 26AS and AIS

इस फॉर्म को आप आयकर विभाग ( Income Tax Department ) की वेबसाइट https://www.incometax.gov.in/ पर लॉग इन करके पा सकते हैं। AIS के लॉन्च से पहले आईटीआर भरने ( ITR File ) वालों को केवल फॉर्म 26AS की जांच करनी होती थी। ऐसा करना जरूरी था, क्योंकि वित्त वर्ष ( Financial Year ) के दौरान चुकाए गए सभी करों की जानकारी आयकर विभाग ( ITD ) के रिकॉर्ड में होनी चाहिए और इसकी पुष्टि फॉर्म 26AS से होती थी। इसलिए फॉर्म 26AS को टैक्स पासबुक के रूप में माना जाता था, क्योंकि इसमें करदाता के पैन के तहत सरकार के पास जमा किए गए सभी करों का विवरण होता है। नवंबर 2021 में AIS लॉन्च किया गया है, जिसमें टैक्स के विवरण के साथ-साथ करदाता की विभिन्न स्रोतों से प्राप्त होने वाली आय के विवरण भी शामिल होते हैं।

दोनों दस्तावेजों की जरूरत क्यों होती है?

आयकर रिटर्न दाखिल ( Income Tax Return File ) करते समय AIS और फॉर्म 26AS ( ITR File Form 26AS and AIS ) में दी गई जानकारी पर ध्यान देना चाहिए बेहद जरुरी होता है। अगर रिटर्न में दी गई जानकारी इन दोनों दस्तावेजों में दी गई सूचनाओं से मेल नहीं खाती, तो आपको समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

जैसे – जानकारी मेल न होने के कारण आपका रिटर्न रिजेक्ट हो सकता है, जिसके बाद आपको करेक्शन फाइल करने की जरूरत हो सकती है। इसलिए सबसे अच्छा यही होगा कि आप रिटर्न फाइल ( Income Tax Return File ) करते समय ही इन दोनों दस्तावेजों में दी गई जानकारी का सही ढंग से इस्तेमाल करें।

फॉर्म 26AS और AIS में क्या अंतर है?

वार्षिक सूचना प्रतिवेदन ( Annual Information Statement – AIS ) के लॉन्च से पहले आयकर भरने ( ITR File ) वालों को केवल फॉर्म 26AS की जांच करनी होती थी। इसलिए इसका मुख्य ध्यान केवल टीडीएस ( Tax Deducted at Source – TDS ) और टीसीएस ( Tax Collection at Source – TCS ) की जानकारी पर था। इसके अलावा AIS में टैक्स द्वारा प्राप्त होने वाली बाकी आय स्रोतों की जानकारी भी शामिल होते हैं। जैसे सैलेरी, ब्याज, डिविडेंड, कैपिटल गेन्स आदि।

दोनों दस्तावेजों में गलतियां होने पर क्या करें?

Form 26AS and AIS : कुछ मामलों में AIS और फॉर्म 26AS दोनों में गलत जानकारी दी जा सकती है या आंकड़े अपडेट नहीं किए जा सकते हैं। इस स्थिति में टैक्सपेयर के पास वित्त वर्ष ( Financial Year ) के दौरान किए गए वित्तीय लेन-देन के वैध दस्तावेज, जैसे बैंक स्टेटमेंट, पासबुक, डीमैट स्टेटमेंट या सेल डीड इत्यादि होने चाहिए।

इन दस्तावेजों की मदद से, करदाता AIS में गलती को सुधारने के लिए फीडबैक दे सकता है।इसी तरह अगर 26AS में गलत जानकारी है, तो टैक्सपेयर टीडीएस काटने वाले से संपर्क करके उसे अपने टीडीएस रिटर्न ( TDS Retrun ) में सुधारणा करने के लिए कह सकता है। अगर टीडीएस काटने वाला ऐसा नहीं करता है, तो आप अपने सीए की सहायता से रिटर्न में जरूरी सुधार करवा सकते हैं।

हालांकि, इस स्थिति में आपके पास उस लेन-देन के सबूत के तौर पर वैध दस्तावेज होना चाहिए, जिससे आयकर विभाग ( Income Tax Department ) के अनुरोध पर उसे वेरिफाइ किया जा सके।

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