General Knowledge Apple Company Facts एप्पल कंपनी का नाम Apple कैसे पड़ा : साल 2003 से पहले एप्पल कंपनी ( Apple Company ) केवल संयुक्त राज्य अमेरिका तक ही सिमित थी, लेकिन 2003 के आखिर में Apple ने विदेश में अपना पहला Apple स्टोर टोक्यो के गिन्ज़ा जिले में खोला। उसके बाद ये एप्पल कंपनी ( Apple Company Facts ) ने पूरी दुनिया में अपने कदम जमा लिए। आज के समय में हर घर में लोगों के पास एप्पल के फोन, लैपटॉप और टैब्स देखने को मिलते हैं, लेकिन जो लोग इस कपंनी की चीजों को यूज करते हैं उनमें से ज्यादातर यूजर्स ये नहीं जानते होंगे कि आखिर Apple Company का नाम एप्पल ही क्यों पड़ा और इसका लोगो आधा कटा हुआ क्यों है?
एप्पल कंपनी का नाम Apple कैसे पड़ा | GK In Hindi
आज हम आपको अपनी इस पोस्ट में एप्पल कंपनी के नाम और लोगो ( Apple Company Name and Logo Facts ) से जुड़े फैक्ट के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो आपको हैरान कर देंगे। साल 1977 में रॉब जेनिफ ( Rob Zeniff ) ने इस लोगों को तैयार करके एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स ( Apple Founder Steve Jobs ) को प्रस्तुत किया था और जॉब्स ने पहली नजर में ही इस चखे हुए सेब के लोगो को चुन लिया था। अमेरिकी कंपनी एप्पल ( American Company Apple Facts ) की स्थापना 1 अप्रैल 1976 को हुई थी, जिसमें स्टीव जॉब्स, स्टीव वोजनियाक, और रोनाल्ड वेन शामिल थे।
क्या है एप्पल कंपनी के नाम और लोगो की वजह | GK IN HINDI
उनका मुख्य उद्देश्य पर्सनल कंप्यूटर विकसित करना था और साल 1977 में कंपनी का नाम ऐप्पल इंक ( Apple Inc ) रखा गया। समय के साथ एप्पल ने तकनीक और पहचान को संशोधित किया और दुनिया में अपनी अग्रणी स्थान बनाई। चखे हुए सेब के बारे में अक्सर ये जिक्र किया जाता है कि इसे कम्प्यूटर साइंस के पिता माना जाने वाले एलन टर्निंग ( Alan Turning ) की याद में बनाया गया है। एलन टर्निंग जिनकी साल 1954 में संदिग्ध परिस्थियों में मृत्यु हो गई थी के शव के पास से एक चखा हुआ ज़हरीला सेब बरामद हुआ था।
ऐसे चुना गया था एप्पल का लोगो | General Knowledge
असल में ऐसा कोई सबूत नहीं है जो इसकी सत्यता को पुष्टि कर सके। दूसरी ओर जेनिफ बताते हैं कि सेब एक ऐसा फल है जिसकी आकृति थोड़ी सी कटने के बाद भी पहचान नहीं बदलती है और इस वजह से एप्पल कंपनी ( Interesting Facts About Apple Company ) के लिए एक पहचानबद्ध लोगो का चयन किया गया था। इस परिवर्तनशील फल के चित्र के जरिए स्टीव जॉब्स ने अपनी कंपनी का नाम “एप्पल” ( Apple ) रखा। प्रसंगिक बात है कि उनके पास उत्तर कैलिफोर्निया में एक सेब का बाग भी था, जिसमें उन्होंने काफी समय व्यतीत किया था और वे सेब को मुकम्मल फल मानते थे।
रॉब जेनिफ ने तैयार किया था एप्पल का लोगा | Apple Company Facts
जब उन्हें कंपनी बनाने के लिए एक उपयुक्त नाम चुनना था, तो उन्होंने नामों की सूची में “एप्पल” ( Apple Company Facts In Hindi ) को सबसे ऊपर रखा और इस नाम को चुना। जानकारी के लिए बता दें कि साल 1977 में रॉब जेनिफ ( Rob Zeniff ) ने लोगो तैयार किया, जो स्टीव जॉब्स को चखा हुए सेब पहली ही नजर में भा गया था। जब कंपनी का लोगो बनना कटा सेब तय हुआ तो उसमें रेनबो रंग थे, जो साल 1977 से लेकर साल 1998 तक रहा। साल 1998 में एप्पल के रंग को सुनहरे कर दिया, जिसकी वजह मैक कंप्यूटर्स और आईफोन ( Mac computers and iPhone ) की मेटल बॉडी बनाना थी।
आईफोन की कीमत इसके शानदार फीचर्स
Interesting Facts About Apple Company : साल 2015, सितंबर में एप्पल ने दुनिया की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी बनने का गर्व महसूस किया। उस समय उन्होंने 233 अरब डॉलर की कमाई की थी। एप्पल कंपनी ( GK In Hindi Apple Company Facts ) के बारे में एक रोचक तथ्य ये है कि कंप्यूटर के आसपास किसी भी कर्मचारी को सिगरेट पीने की अनुमति नहीं है।
ऐसा करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया जाता है। एप्पल अपने प्रोडक्ट्स के लिए उनकी अच्छी क्वालिटी के लिए मशहूर है। उनके आईफोन ( iPhone ) की कीमत इसके शानदार फीचर्स को देखते हुए हाई स्टैंडर्ड्स होती है। हालांकि, हर किसी के लिए इसे खरीदना संभव नहीं होता है। उनके नवीनतम तकनीकी उन्नति के साथ उनके आईफोन की चर्चा हर जगह प्रसारित होती है।